नमस्कार ,
आज राजनीति का मतलब केवल विरोध समझा जा रहा है / केंद्र या राज्य सरकारें जो भी कार्य कर रही हैं विपक्षी दल उसी क्षण उस कार्य अथवा योजना का विरोध प्रारंभ कर देते हैं / वे यह नहीं देखते हैं कि यह जनता के हित में है अथवा नहीं /उन्हें तो केवल विरोध करना होता है क्योंकि वे विरोधी दल के हैं /काश आज राजनीतिक दल यह समझ लें कि जनता ने उनको केवल विरोध करने को नहीं बल्कि देश की सेवा करने और विकास करने के लिये चुना है तो देश दिन दोगुनी रात चौगुनी
प्रगति कर सकेगा /..........काश ....
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